इस पुराण के ५५,००० से अधिक श्लोक हैं जो समूचे धर्मशास्त्र को समझने में मदद करते हैं। इस पुराण में बताया गया है कि मानव जीवन की उत्पत्ति व विकास के पीछे भगवान की इच्छा थी और भगवान ने अपने अवतारों के माध्यम से मानव जाति को धर्म, न्याय, अर्थ, काम, मोक्ष आदि के सिद्धांतों का उपदेश दिया।
Pages | 1010 |
Files Size | 20.9MB |
Auther/Publisher | Veda Vyas |
Categories | 18 Puran |
Language | Hindi |
Source link | Hare |