सीमांतोन्नयन संस्कार एक पूजनीय संस्कार होता है जो हिंदू धर्म में सम्मिलित है। इस संस्कार में मुख के बालों की उत्तरी सीमा को कैसे रखा जाना चाहिए इसका सम्बन्ध होता है। इस संस्कार के अनुसार, इस सीमा को रखना स्त्री के शोभा और सम्मान का एक प्रतीक होता है। यह संस्कार विवाह के बाद किया जाता है और इसमें स्त्री के सिर पर खास विधि से तेल लगाया जाता है। फिर सीमांतोन्नयन का रोलर इस सीमा के साथ सही तरीके से रखा जाता है। इस संस्कार के दौरान वेद मंत्रों का पाठ भी किया जाता है। सीमांतोन्नयन संस्कार का महत्व विवाहित जीवन में होता है और इससे स्त्री को सम्मान मिलता है। इसके अलावा, यह संस्कार शांति और समृद्धि के लिए भी किया जाता है।
Pages | 4 |
Files Size | 2.00MB |
Auther | Karmakanda Vidhi |
Categories | 16 Sanskar |
Language | Hindi , Sanskarit |
Source | Hare |